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तेरे लिए तरसा हूॅ॑ बहुत ऐ ! जिंदगी
बचपन में गुजरें गांव की गलियाॅऺ छोड़ आए हम
ना देख इस तरह तुम मुझे कि प्यार हो जाय
इस शहर से अच्छा तो मेरा गांव है
हर फ़िक्र को धुऍ॑ में उड़ाना जरूर
तेरे सिवा नज़रें ना ठहरी किसी पर
मेरे दिल की बातें सुने कोई
बात है मेरे दिल की..
सोया है सारा जहाॅ॑ जागा कौन है यहाॅ॑?Poem on Asking Questions
मेरी उदासी
यूॅ॑ किसी की बातों पे जीना नहीं छोड़ते Just Talk Poetry Hindi
रुत अलबेली प्यार का मौसम सुहाना हो जाए
जहाॅ॑ तेरा मेरा प्यार है
बैठ मेरे पास..
हम ये किस मोड़ पे..
जीवन का विस्तार Jivan ka Vistar Kavita
इस दीवाली द्वार-द्वार....
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