जिंदगी में जब भी हम अकेले होते है, और हमारा गम कोई बांटने वाला नहीं होता तो अनायास ही मन लिखने की कोशिश करने लगते हैं । मन खुद से कई बातें करने लगते हैं । बेशक दुनिया छूटते चलें जाते हैं लेकिन उसकी प्रवृत्ति और समझ, खुद को परखने का अवसर भी देता है । बस इसी अहसास को कुछ लफ्जों में समेटने की कोशिश की है । गीत,गजल, कविता,लेख और कहानियां लिखने का बस प्रयास है । जीवन के विभिन्न रंगों को मन के भावों में बस उकेरने का एक प्रयास है । अपनी गजल,, कविता,, कहानियां और साहित्य के अन्य विधाएं मेरे द्वारा स्वयं रचित है । बचपन से ही साहित्य से लगाव रहा । लेकिन पढ़ने लिखने का अवसर कम ही मिल पाया । मेरी जिंदगी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में ही लग जाते थे । अभी कुछ अवसर मिला है । इसलिए साहित्य सृजन करने का प्रयास करता हूॅ॑ । साहित्य में मेरा आदर्श छायावाद के रचनाकार हैं । कहानियों में मुंशी प्रेमचंद जी है । जिसके रचनाएं हमेशा सीख और नई अनुभूतियां देती है । व्याकरण का ज्यादा समझ नहीं हैं मुझे । मगर ये दिल से निकले सच्चे शब्द हैं और भावनाएं भी सच्चे । कोशिश करता हूं कि सबके दिल में उतर जाएं । कुछ गजलों में मैंने उर्दू शब्दों का भी इस्तेमाल किया है, सही बताऊं तो मुझे उर्दू शब्द का कोई ज्ञान नहीं है । भावनाओं और कुछ समझ के हिसाब से आपके सामने अपनी बात रखता हूॅ॑ । मन के किसी कोने से जो समझ बनता है या भाव उमड़ता है , उसे ही समेटता हूॅ॑ । मेरी कहानियां वर्तमान समय में जो समाजिक बुराईयां है उसपर ही उजागर करने का प्रयास है । आज के समय में जब लोग रिश्तों को भूलाने में लगे हैं , उससे उत्पन्न दुरियां, वर्तमान चुनौतियां को उजागर करना और एक सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिले,,, जिससे नई दिशा मिल सकें ।नए विचारों की उत्पत्ति हो, समाज और देश में सदैव आगे बढ़े । बस भगवान से यही प्रार्थना है । मै आप सब से पहले से ही इस बात के लिए माफी मांग लेता हु, क्योंकि मैं कोई लेखक या कवि खुद को नहीं मानता हूं । मै जानता हूं कि मैंने शब्दों के सही इस्तेमाल में जरूर गलती की होगी। प्रेम, जीवन, और सामाजिक बुराईयां जो वर्तमान में दिखते हैं,,उसी समय लिखने के लिए प्रेरित होता हूं , मै इन्हे लिखने के लिए कोई अलग से समय नहीं निकलता, बस हालात ही मुझे विवश कर देते हैं । समय का सदैव अभाव रहता है । मेरा जीवन गरीबी और अभावों में बीता है । ग्रामीण परिवेश में ही जीवन बीत रहा है । गांवों के जीवन शैली ही अच्छा लगता है । मानों सभी मेरे करीब है । ईश्वर द्वारा उनके कृतियों को खुद के अंदर महसूस करने और उसके प्रदत्त खुशियों को जी सकूं । मेरा जीवन का उद्देश्य है । मुझे विश्वास है कि मेरी सारी रचनाएं आपको पसंद आएगी । बस अपना स्नेह बनाए रखना।
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