बैठ मेरे पास..

प्रेम यदि साथ हो तो दिल में खुशी आ जाती है । हर दर्द हल्का हो जाता है । क्योंकि दुःख, दर्द सुनने वाला मिल जाता है ।  जो सुन लेता है । उससे बड़ा हमराही कोई नहीं है । इस दुनिया में । इसलिए एक प्रेमी सदा अपने प्रेम को पास रहना चाहता है । दिल के दर्द कहना चाहता है । इस पर कविता हिन्दी में 👇👇

बैठ मेरे पास 


बैठ मेरे पास तुझे जी भर निहार लूॅ॑
बंद करूॅ॑ ऑ॑खें और ख्वाबों में सजा लूॅ॑

तेरी तलाश में तड़पा हूॅऺ बहुत मेरे हमराही
तू बादल है बरसों कोई बूंद प्यास बुझा लूं

दर्द भरे हैं मेरे सीने में कितने तनहाई के
चलों! बागों में कोयल के गीत सुना दूॅऺ

उम्र न गुज़र जाए कहीं तरसते -तरसते
मैं चाहता हूॅ॑ तेरी बाहों मेंं जीऊॅ॑ और मर जाऊॅ॑

आखिर सनम मेरे सफर का तु ही मंज़िल है
ठहरों ज़रा नदी की धार को सागर से मिला दूॅ॑

__ राजकपूर राजपूत'राज'

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