पैसों का जीवन में बहुत महत्व है ।paison-ke-khatir बिन पैसों के रिश्ते बनना बहुत मुश्किल है । पैसा है तो सारे रिश्ते नाते हैं । पैसा नहीं तो सभी रिश्ते भूल जाते हैं । पैसों के खातिर आदमी अपना अस्तित्व मिटा देता है । पैसा है तो ईमान है । पैसा है तो अहमियत है । पैसा ही सब कुछ है इस संसार में । ज्यादातर लोगों की यही समझ है कि पैसे बिना रिश्तों का कोई मायने नहीं है । बहुत कम लोग मिलेंगे जो पैसों से ज्यादा रिश्तों की अहमियत देते हैं । ऐसे रिश्ते अनमोल है ।
कविता हिन्दी में 👇👇
paison-ke-khatir-
पैसों के लिए आदमी
ऐसे गिर जाते हैं
सारे रिश्ते टूट जाते हैं
आदमी नीचे
और पैसा ऊपर हो जाते हैं
इतना ही महत्व् देना है तो और बात है
चंद पैसों के खातिर ईमान गिर जाते हैं
पैसों की इतनी अहमियत दी
सारे रिश्ते से गिर जाते हैं
सोचा था पैसों से खुशियाँ खरीदूंगा
ढूंढ़ा मगर चहरे की धमक गिर जाते हैं
दौलत की कीमत ही कुछ और है
अमीरों के सामने गरीबों के हौसले टूट जाते हैं
वो लड़ सकते थे अपनी लड़ाई
मगर पैसों के सामने न्याय गिर जाते हैं
जिसपर भरोसा करो टूट जाता है
पैसा न हो जेब में रिश्ते छूट जाते हैं
सम्हाला बहुत उसे भी मगर
पैसों से मेरी हैसियत तौल जाते हैं !!!
पैसों के खातिर
पैसों के खातिर इतना क्यों गिरा
तुझे कोई अपनापन नहीं मिला
पैसों से सबकी/अपनी पहचान देखी
इसलिए कभी आदमी को आदमी नहीं मिला
जरूरी है जीने के लिए पैसा
पैसों के लिए इतना भागा कहीं सुकून नहीं मिला
पैसों के खातिर तुने गांव छोड़ा
मां का दुलार नहीं मिला दोस्तों का प्यार नहीं मिला !
पैसों के लिए लोग दौड़ते हैं जिंदगी भर
क्या गांव क्या शहर
कुछ सम्हल कर कमाते हैं
कुछ गिर जाते हैं
कुछ नीयत से
कुछ किस्मत से
जो सम्हल नहीं पाते हैं जिंदगी भर !! !
कलम भी बिक जाता है
पैसों के खातिर
ईमान भी दिख जाता है
पैसों के खातिर
ताक़त उसकी है
जिसकी कीमत है
हर एक कलम दरबारी है
पैसों के खातिर
जब बात आएगी
महत्वपूर्ण लिंक की
हाथ उठेगा
पैसों के खातिर
क्लिक की
कलम डगमगा जाएगा
पैसों के खातिर
बड़प्पन में बोल जाते हैं
पैसों के खातिर
डोल जाते हैं
कलम भी !!!!
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