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मेरी बेचैनी में तुम थे
बसती है तस्वीर तेरी
समझाया ना पाया खुद को
मंजिल मिले मगर दिल को सुकून नहीं
तेरे बिना
तुम्हें भी हवा लग गई है Afavaaho ka gyaan
जिंदगी मेरी
सेलेक्टिव है सब
मेरा तेरा सब-कुछ
प्यास बुझे ना जितना
मेरी आंखों की कशिश
मौन रहना पड़ता है Poetry has to Pemain Silent
तेरे सिवा और भी जिंदगी होती है
मेरे हाथों से बेशक तुम दूर हो गए
दिल को करार आ जाता
सिर्फ मेरी बातें दीवारें सुनते हैं
सच्ची आजादी आपको मिल नहीं सकती
दूसरों का सम्मान तुम कर देना
उसके हर लफ्ज़ सियासत कहें
मैं समंदर पार कर जाऊंगा
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