Meregeet-literature-story-article-ghazal-poetry-thought-anywhere-can-come-anywhere
विचार कहीं से भी आ सकते हैं
कुछ भी आ सकता है
सबको सचेत रहना चाहिए
विचार के नाम पे
आधुनिकता के नाम पे
उच्छृंखलता कब नग्नता हो जाएगी
पता नहीं
चरित्रहीन हो सकते हैं
आदमी
यदि ध्यान नहीं दिया तो
अपनी ही बातों को
ज़िद करने की आदत में
शामिल कर लेंगे
जहां सुनी नहीं जाएगी
अपने से भिन्न विचारों को !!!!
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विचार कहीं से भी आ सकते हैं
तुम्हें देखना चाहिए
लोग तुम्हें देने के लिए तैयार हैं
सोशल मीडिया पर गिरोह खड़े हैं
कुछ भी बता सकता है
कुछ भी समझा सकता है
जिसे तुम नयापन समझ सको
इसलिए बहला सकते हैं
विचार कहीं से भी आ सकते हैं !!!!
जो समझ जाएं
उसे समझाना
कोई ज्ञानचंद नहीं है
जो न समझे उसे समझा लेना
विद्वता है
यदि तुम्हें डर है
किसी के सनकी होने का
भय है विरोध होने का
तो तुम्हारे ज्ञान पे दोगलापन है
सरलता का मार्ग प्रशस्त किए हो
तथाकथित बुद्धिजीवी बन कर !!!!
अभी उसने कुछ और कहा
जैसे ईद मुबारक
कल कुछ और कहेंगे
होली पर पानी बचाओ
मुझे लगता है
ऐसे ज्ञानी बचाओ
एक में मुबारक
दूसरे पर सलाह
उसके हृदय की आह
निकल रहा है
जिसे वो पसंद नहीं करते हैं
सलाह !!!!
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