fair-meaning-article-इतना कोई निष्पक्ष नहीं है । जो स्वयं को ईमानदारी से प्रस्तुत कर सकें । खुद की गलतियों को सबके सामने कह सके । बहुत कुछ आत्म सम्मान में छुपा लेते हैं ।स्वयं के छोटी बातों को बड़ी बता देते हैं । इंसान की फितरत है , अपने झूठे सम्मान को सच साबित करना । बस रखने का ढंग अलग होगा । और लोग समझे कि ये सच है ।
fair-meaning-article
क्योंकि लोग उलझे रहते हैं । स्वयं के भावों में । सच ही मान लेगा । अपनी चाहतों से यहां फुर्सत किसे है ।
मैं जानता हूॅं अभी आदमी ईश्वर नहीं हुआ है । जो अपमान को छुवा है । सारी दुनिया के बोझ उठा के । फिर भी उसके अस्तित्व पे सवाल उठाना । जो दिया है सब-कुछ । महान बनने की कोशिश है । जहां जरूरी नहीं है । वहां भी उपदेश देना शुरू कर देते हैं ।
निष्पक्ष होने का मायने
खुद को तटस्थ कर लेना । मानों उस ईश्वर जैसे खुद को विस्तार कर लेना । अपने/पराए से ऊपर ।
जहाँ भाव जहाँ अस्तित्व ,, मान / अपमान से ऊपर हो । बहुत मुश्किल है । हर किसी के लिए , निष्पक्ष होना । आदमी स्वयं की चाहत अनुसार बुद्धि और तर्क लगाते हैं । जो ज्यादातर अनुमान है । जिसमें अनुभव और अनुभूति नहीं होती है । जिसके कारण स्वयं एकपक्षीय हो तर्क देते हैं । समान चाहत और विचारधारा का समर्थन करते हैं । इसके लिए उसके ज्ञान को ज्यादा तपस्या करने की जरूरत नहीं होती है । चाहत और नफ़रत अनुसार तर्क अपने आप आ ही जाता है । जिसे लोग ज्ञानी समझने लगते हैं । ऐसे लोगों में केवल अभिव्यक्ति करने की क्षमता होनी चाहिए । एक बार बोलना आ जाने के बाद उसे अनायास ही बहस और तर्क करने की क्षमता आ जाती है ।
इन्हें भी पढ़ें 👉 इंसान की फितरत
0 टिप्पणियाँ