प्रेम वो ममता है love-poem-in-hindi.

love-poem-in-hindi

 प्रेम वो ममता है

जिसके हृदय में

सबके लिए समता है

हॉं मैं, मैं हूॅं

तुम, तुम हो

लेकिन हृदय के भीतर

जिसके आत्मा में समता है

प्रेम वो ममता है

न छल हो

न कपट हो

आचार विचार में

भिन्नता हो मगर

हृदय में न द्वेष हो

दृष्टि हो जिसके एक समान

जो सौ प्रतिशत शुद्धता है

प्रेम वो ममता है

न रंग में अंतर हो

न कोई रुप भयंकर हो

न कोई छोटा

न कोई बड़ा हो

आदमी है तो

आदमी की संवेदना हो

जिसके जीवन में

ऐसी समानता है

प्रेम वो ममता है

जो देख सके

सबके हृदय को

समझ सके

सबकी भावनाओं को

पढ़ सकें

मन की पीड़ा को

दूसरों के दर्द सुन

जो बहता है

प्रेम वो ममता है !!

love-poem-in-hindi

प्रेम का भाव हो जिसमें 

सबके प्रति लगाव हो जिसमें 

वो जानता है सबका सम्मान करना

दूसरों को खुद के जैसे आदर करना  !!!


प्रेम हार जाएगा

सबको पता चल जाएगा

लोग प्रेम से बोर होते हैं

नफरतों से ताजगी

प्रेम को सब महसूस नहीं कर पाते हैं !!


एक बार होता है प्यार

दूजे बार व्यवहार

जिसमें होता है व्यापार !!!


इन्हें भी पढ़ें 👉 तेरे प्यार की खुशबू 


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ