स्वागत है दो हजार बाइस

  two-thousand-two-shayari-hindi- साल गुजर जाते हैं । मगर दिन वही रह जाता है । पल पल बीतने के साथ इरादे बदल जाते हैं ।समय के साथ भटकाव न आए । इसलिए हम कुछ अवसरों पर अपने संकल्प दोहराते हैं । ताकि हमें याद रहे कि क्या करना है । नए संकल्प लेने के लिए सबसे बढ़िया अवसर है । नववर्ष । बीते वर्ष में जो काम हम कर नहीं पाते हैं । उसे आने वाले वर्षों में पूरा करने का संकल्प दोहराते हैं । इसलिए नववर्ष मनाते हैं । कविता हिन्दी में 👇👇 

two-thousand-two-shayari-hindi

 (१)

बिछड़े के जाना तू कैसा है

तेरे बगैर ये नया साल कैसा है

यूॅं ही बीत गया इक्कीस भी

अब आ जाओ वर्ना ये जीवन कैसा है 

         (२)

कोई दिल से दुआ की है

हमने भी जिसे कबूल की है

तुम जहॉं भी रहो खुश रहो

खुदा से यही दुआ की हैं

शायरी हिन्दी में 

       (३)

ये नए साल की बात नहीं है दोस्त

तेरे सिवा मेरा कोई नहीं है दोस्त

दिन बदलेंगे साल बदलेंगे मगर

सच्चा प्यार बदलते नहीं है दोस्त

      (४)

खुशियॉं हो तुम्हारे आंचल में

फूल मिले तुम्हें पल-पल में

हमारी यहीं चाहत है दिल से 

जो चाहत है मिल जाए नए साल में

      (५)

दो हजार बाइस की शायरी है

बचपन की तेरी मेरी यारी है

ढूॅंढ आए हम रिश्ते जमाने में

तेरी मेरी चाहत सबसे प्यारी है !!!

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