प्रेम ही है जिसके वजह से जीना मुमिकन है ।poetry-love-in-hindi प्रेम है तो जीवन जीने का उद्देश्य है । प्रेम संघर्ष करने को प्रेरित करता है । प्रेम ही है जिसमें रहता है । जीवन । बिना प्रेम के कोई भी क्रिया निर्थक प्रतीत होता है । जीवन उद्देयहीन । जहां मन को पोषक नहीं मिलता है । कविता हिन्दी
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मेरे लिए तुम
अपरिभाषित हो
मेरा प्रेम मौन हो जाता है
तुम्हें देखकर
जैसे मुझे
सुरक्षित घेरा मिल गया हो
जिसके भीतर रहना
मुझे अच्छा लगता है
सारे विचारों को छोड़कर
जीने लगता हूॅं तुझमें
हर पल
लगा रहता हूॅं
अपने कामों में
इसी उम्मीद में
कोई है मेरा
जो साथ रहते हैं
पल-पल
जिसे मैं कह नहीं पाता हूॅं
किसी के साथ
और न ही तुम्हारे सामने !!!
kavita-hindi
मेरा प्रेम
बिना कहे जुड़ गया दिल
एक डोर की तरह
जो तुझे महसूस कर पाता हूं
हर पल
हर जगह
अपने पास
एक अहसास
खास
जिसे ऐसा लगता है
मेरे पास
सबकुछ है
जो तू मिल गया है
मेरा प्रेम !!!
तुम्हारे मौन से
समझदारी नहीं झलकती है
सच से बचना है
तुझमें ताकत नहीं है
जब कहना था वहां चुप रहे
कोई समझदारी नहीं है
टाल सकते हो झूठ से बैर
यदि सच कहने की आदत नहीं है
तुम भीष्म बनो या द्रोणाचार्य
मगर खुद्दारी कर्ण की नहीं है !!!!
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