सच्चा जीवन दर्शन philosophy-on-poem-hindi.

philosophy-on-poem-hindi. जब लोग शिक्षित होते हैं । अपना एक दृष्टिकोण बना लेते हैं । यही कि मेरे लिए यह अच्छा है । और इसी दृष्टिकोण को चेतन मन में स्थापित कर लेते हैं । व्यवहार निभाते हैं । जैसे कोई अभिनय हो । क्योंकि वो जानता है, क्या सही है ! क्या उसे करना है ! 

आजकल स्वयं के हितों का खासा ख्याल और ध्यान रखा जाता है । मतलब में कैसे जीएं । ये सभी का दृष्टि है । जबकि जीवन उस मतलब से ऊपर उठकर देखने से मिलता है । पढ़िए इस पर कविता 👇👇

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 सच्चा जीवन दर्शन

यही है कि प्रेम में रहिए

प्रेम सदा स्थिरता देगी

सफलता तभी मिलेगी

अपने कामों में लगे रहिए

उसका मन उचकता है

काम से जी चुराता है

जो कीमत नहीं जानता है !!

जीवन दर्शन .

जीवन दर्शन यही है

अपना काम ही सही है

गैरों पे जो ध्यान देते

हर पल ज्ञान देते

मुर्ख उसको जान 

गैरों पे जो ध्यान देते

वक्त कहां मिलता है कर्मवीरों को

अपने बाजुओं पे संवारता है जीवन को

फुर्सत ही फुर्सत है कामजोर, निठल्लों को !!! 


हार भी जाओ

लेकिन कोशिश जारी रखो

ग़म है लाखों मगर अच्छे दिनों की

आशा, विश्वास जारी रखो

राह सरल है कौन कहता है

मुसीबतों से लडने की तैयारी रखो

मतलबी लोगों की भीड़ है

अपनी तुम होशियारी रखो

प्रेम मिलना मुश्किल है इस दुनिया में

जो कुछ मिल जाए वही वफादारी रखो

हार कर भी जीत है

कोशिश थोड़ी भारी रखो !!!

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