Same Thing Ghazal-hindi
एक ही बात की
दो बातें करते हैं लोग
सच कुछ और था
झूठ के लिए लड़ते हैं लोग
फैसला होना अब कठिन है
हर बात पे सियासत करते हैं लोग
नफ़रत और प्यार दिल की बात है
तेरे मेरे के बीच अंतर करते हैं लोग
प्यार पाना मुश्किल है 'राज़'
मतलब निकालने मिलते हैं लोग !!!
Same Thing Ghazal-hindi
नेता जब करें
राजनीति
तो समझ आता है
कोई नेता तक पहुंच नहीं पाता है
लेकिन उसी नेता से जुड़कर
कोई चमचागिरी करता है
अपनों को लूटना शुरू कर देता है
जो सबके करीब होता है !!!
आलोचना, शिकायत, आरोप-प्रत्यारोप
इस युग का चलन है
जैसे सभी सियासतदान है !!!
तुम्हें लग सकता है
लोग सामाजिक निमार्ण की बातें करेंगे
तो भूल है तुम्हारी
तालाब, नदी, गली, सड़क
इस पर गौर नहीं है किसी का
ध्यान हैं बस
अपने व्यक्तिगत विकास का !!!
एक ही बातें की
देश में गरीबी की
जनता की लाचारी की
सोशल मीडिया
उनके प्रवचन का केंद्र है !!!!
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