शिक्षक और कम्पनी article on social system_

शिक्षक और कम्पनी article on social system_

आज के जमाने में क्वालिटी का अपना ही महत्व है । यूं तो बाजार में कई तरह के प्रोडक्ट्स मौजूद है । जो बेधड्डें से बिक रहे हैं । विज्ञापन के जरिए । हर संस्थान एक कम्पनी है । जो मार्केटिंग करना जानते हैं । 

article on social system_

जो कल तक हम जिस संस्था को सम्मान की नजरों से देखते थे वहीं आज बाजार बन गया है । हमारे शिक्षक संस्थान को ही ले लीजिए । जहां पहले शिक्षक और विद्यार्थी परस्पर एक-दूसरे के प्रति आदर भाव रखते थे । वो आज नहीं है । क्योंकि आज वे भी बाजार में है । अपनी निजी जीवन को पहली प्राथमिकता देते हैं । जिसके वजह से उसकी कीमत कम होती जा रही है ।  जबकि जिसकी क्वालिटी का मापदंड विद्यार्थी है । जिस संस्था से निकलेंगे और जिस स्तर से निकलेंगे लोग उसी स्तर में आकेगे ।भले ही शिक्षक का स्तर कुछ भी हो ।  वो शिक्षक का ही मापदंड हैं ।  

शिक्षक और कम्पनी 

लेकिन शिक्षक और कम्पनी ध्यान न दे तो क्वाॅलटी गिर जाएगी। । 

मैटीरियल की उपलब्धता कराना शिक्षक और कम्पनी की जिम्मेदारी है । बिना सामाग्री के प्रतिस्पर्धा में जाने से विद्यार्थी और कम्पनी डूब जाएगी । जो तत्काल भले न दिखे । उच्च क्वाॅलटी की प्राप्ति के लिए ही सकक्ष व्यक्ति की नियुक्ति होती है । जिसे बेहतर होना चाहिए ।अपने इस बेहतरपन को बनाए रखना शिक्षक और कम्पनी की जिम्मेदारी है ।

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