इससे अच्छा मर जाना था ghazal-on-life_

ghazal-on-life_ प्रेम है तो कोई बात राज नहीं रहता है । सब कुछ खुला हुआ रहता है । जो प्रेम में कहने के लिए डरते हैं । उसमें विश्वास की कमी है । जो पूरी तरह से प्रेम को स्वीकार नहीं किया है ।  प्रेम में कोई छुपाव- दुराव नहीं होता है । प्रेम में राज छुपाने से ज्यादा बुरा कुछ भी नहीं होता है । 

कविता हिन्दी में 👇👇

ghazal-on-life_


 तुम्हें पहले बताना था

रूठ गया तो मनाना था

बात रखी रही लबों के दरमियान

इश्क में नहीं छुपाना था

मैं तो मर मिटा हूॅं तेरे चेहरे पे

यदि सोया था तो जगाना था

इश्क में भरोसा कमजोर न हो

प्यार किया है तो निभाना था

गैरों से जाहिर किया दर्द अपना

अपनो को क्या जलाना था

मैं भी तेरा अपना था

यूं दर्द अपना नहीं छुपाना था

उदासियों से रिश्ते नहीं चलते हैं

कभी हंसना था कभी रोना था 

जमाने की उदासीनता बताती हैं

इससे अच्छा मर जाना था

---राजकपूर राजपूत''राज''

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