तुम्हारी जरूरत कुछ और थी

 तुम्हें पहले बताना था

तुम्हारी जरूरत कुछ और थी

तुझे पहले जताना था

मैं तुझसे दूर हो जाता 

मुझपे सितम नहीं ढाना था

बेकदरों से करके मोहब्बत

मुझे ये दर्द नहीं पाना था


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