दोस्त

एक दोस्त

सुख-दुख का साथी है

जैसे दीया और बाती है

जले तो रौशनी के लिए

साथ-साथ

बूझे तो साथ-साथ !!!!

एक दोस्त

छाया है

चले हमेशा

साथ-साथ

दोस्त कभी अकेला नहीं होता है

जब भी दुःख आए

दो क़दम आगे बढ़कर दोस्त आए

बांट तो नहीं सकते कोई दुःख

मगर कम जरूर कर देते हैं !! 

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