एक दोस्त
सुख-दुख का साथी है
जैसे दीया और बाती है
जले तो रौशनी के लिए
साथ-साथ
बूझे तो साथ-साथ !!!!
एक दोस्त
छाया है
चले हमेशा
साथ-साथ
दोस्त कभी अकेला नहीं होता है
जब भी दुःख आए
दो क़दम आगे बढ़कर दोस्त आए
बांट तो नहीं सकते कोई दुःख
मगर कम जरूर कर देते हैं !!
इन्हें भी पढ़ें 👉 दोस्ती पर शायरी
0 टिप्पणियाँ