Peom sabhya uar shikshit
पढ़ना लिखना
शिक्षित होने का मापदंड नहीं है
और न ही समझदार होने का
हॉं, अपनी बातों में नरमी लाकर
अपनी सभ्यता का प्रदर्शन कर सकते हैं
जो मतलब हो सकता हैै
किसी सुविधा में जीने के लिए
उदास हो सकते हैं
किसी के प्रति
Peom sabhya uar shikshit
पढ़ें लिखे होने पर
अक्सर लोग
जवाब देना सीख जाते हैं
ऊजूल फिजूल
तर्क देना सीख जाते हैं
दूसरों के प्रति
खुद के भीतर झांकना भूलकर
जबकि
सभ्य और शिक्षित होने का मतलब
समझदार होना है
किसी की दिल की बातों को
किसी के जज्बातों को
बिना कहे ही समझ जाना
अपनी भावनाओं के साथ-साथ
दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना
और अपनी चाहत के साथ-साथ
दूसरों का ख्याल करना
जो किसी किताबों से नहीं आती है
जिसे किसी शब्दों के
उच्चारण से प्राप्ति नहीं की जा सकती हैं !!!
मैं उसे समझा पाता
यदि वो शिक्षित न होता
मुर्खों की तरह
तर्कशील न होता
जो हर बात पे
अड़ंगा न होता
शिक्षित होने के बावजूद
लफंगा न होता !!!
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