As am i Article in Hindi जैसे भी हूँ,, खुश हूँ बहुत । मेरी हालात तो अच्छी नहीं लेकिन कभी पछताया भी नहीं । किसी का कभी शोषण नहीं किया और न ही कभी रिश्वत ली ।अक्सर दी ,,, भिखमंगों को । व्यवहार में मांग लेते हैं । अपने भी और मैं दे देता हूँ । लेकिन मौका मिलने पर कह देता हूँ ,,,बेईमान ।
आपको ये बात अजीब सी लग सकती है । लेकिन क्या करें, चलन है । रिश्वत लेना देना व्यवहार है । जिसे अक्सर सभी लोग अपनाते हैं । धनवान बनने के लिए सभी लोग शार्ट कट अपनाते हैं । मौके की तलाश में सभी है ।
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यह जानते हुए भी कि वह गलत कर रहा है । फिर भी कर देते हैं । इसके पीछे का कारण हमारे आसपास समाज में प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा इसे सहज रूप में अपनाना है । जिससे वे अपनी बुद्धि से प्रमाणिक मानते हैं । इतराते हैं । जैसे वो कोई महान है और लोग भी उसे मानते हैं । स्वीकार करते हैं ,,भीतर-भीतर । कहना तो दूर की बात है,,, उल्टा सलामी देते हैं ।
डर जाते हैं । उनके पैसों से । ऐसे लोग अक्सर अपने इरादों को पाने के लिए कहीं न कहीं,, किसी न किसी का शोषण अवश्य करते हैं । चाहे बहाने बनाकर या फिर चोरी छिपे । अपनी लालच की प्राप्ति की जाती है ।
हॉं ये अलग बात है कि हम बचने की कोशिश में विरोध नहीं कर पाते हैं लेकिन इसी वजह से वे दोहराते हैं अपनी लालच को । हमारे भीतर की कायरता उसे टोक नहीं पाते हैं । या फिर कहिए हमारी भी सुविधाओं की वजह से फ़ालतू की बातों में फंसना नहीं चाहते हैं । जो कहीं ना कहीं हमारी भ्रष्ट मानसिकता है ।
भ्रष्टाचार केवल अब सरकारी तंत्र में ही नहीं है । जहॉं लालच है वहॉं जनता भी नैतिक समर्थन देते हैं । भ्रष्ट लोगों को । क्योंकि उन्हें भरोसा है कि इसी इंसान से उसे भी फायदा हो सकता है ।
इतने डरते हैं लोग कि कायर बन जाते हैं । लालच में डूबकर मर जाते हैं । प्रसिद्धि और पैसा चाहिए,, सियासी पंथों के तलवे चाटते हैं । दोगलेपन से भरा हुआ आदमी । बहाना बनाते हैं ।
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