मेरा तन्हा दिल

यादें दस्तक देती है
उन रुखे हुए दिनों में
सूखे हुए पलों में
जब तुम चली जाती हो
मुझे छोड़ के
और मेरा तन्हा दिल
खालीपन को भरता है
तेरी यादों में !!!

अकेलापन
मुझे घेरता नहीं
जब से जाना हूं
मेरा तू नहीं !!!

यादें उन्हीं बातों की 
घिर आती हैं 
जब जीता था
दिल मेरा
लेकिन कशमकश में उलझ जाता हूं
जब तुने तोड़ा था
दिल मेरा !!!

इन्हें भी पढ़ें 👉 पेड़ और इंसान 


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ