Meree chahat Kavita Hindi
मेरी चाहत ही मेरी ग़लती है
इससे बड़ी मेरी चाहत क्या होगी
छोड़ गए और मेरे दिल ने दुआ की
तुने भूलकर भी मेरा नाम ना लिया
हमारी चाहत थी इसलिए शिकायत की
तुमसे बिछड़ने का पछतावा बहुत था
रात भर करवटें बदली और याद की
माना तेरे लायक में नहीं हूं मगर
फिर भी मेरी मोहब्बत ने गुनाह की !!!
Meree chahat Kavita Hindi
दिल लगाकर छोड़ देना
जैसे पेड़ लगाकर छोड़ देना
सूख जाएगा वो पौधा
पानी न दे और मिट्टी डाल के छोड़ देना
उम्मीदों पर जिंदा है इंसान
मर जाएगा वादा करके छोड़ देना
हमारी चाहत थी तुम्हारा प्यार पाना
प्यार पाकर आखिरी सांसें छोड़ देना !!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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1 टिप्पणियाँ
सुन्दर
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