चलों ! दीया जलाएं अपने दिल के पास में

चलो ! दीया जलाएं 


चलों ! दीया जलाएं अपने दिल के पास में
मिटे दूरियाॅ॑ और रहे सभी दिल के पास में 

बुरे वक्त के इस अंधियारे को मिटाना होगा
ना करो ग़म सबको लड़ना सीखाना होगा

चलो ! संकल्प लें हम साथ साथ सदा रहेंगे
मिटे सारे भ्रम और नई रौशनी फैलाएंगे

ये नफ़रत की दुनिया छोड़ के
प्रेम का संसार अपना बसाएंगे 

रहे खुशहाली चारों ओर यही प्रार्थना करते हैं
चलो ! विश्वास में हर मुसीबतों को हराएंगे 
 

---राजकपूर राजपूत



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