इंसान और जानवर - कविता

humans and animals poem Hindi 

महज एक प्रमाणिकता
साबित होते हैं
अधिकांश रिश्ते
समाज में
शामिल होने के लिए
जिनके लिए
महत्त्व नहीं होते
रिश्ते...
कुछ अक्लमंदों के लिए
मनुष्य एक
सामाजिक प्राणी हो सकते हैं
एक झुंड के रूप में
सहज समूह का निर्माण
प्रकृति द्वारा 
प्रदत्त समझ
जिस पर एकत्रित होते हैं
अपनी-अपनी 
प्राथमिक आवश्यकताओं 
की पूर्ति के लिए
कुछ नियमो से
बंधे हुए
इंद्रिय आकर्षण
और उसकी पूर्ति के लिए
लेकिन 
इन्हीं समूहों में
इंसानों का वास होता है
जो रिश्तों को
पवित्रता और इंद्रिय निग्रह से
आत्मीयता की ओर
ले जाने के लिए
निरंतर प्रयासरत रहते हैं
ताकि
इंसान और जानवर में
पहचान हो सकें !!

humans and animals poem Hindi

इंसान प्रेरित है 


प्रेरित है इंसान
जानवरों से
खाने पीने से सेक्स तक
खुले रूप में
अपनाने के लिए
जिसमें लाज, शर्म नहीं है
इंसानों जैसे !!!

लिखें बहुत कुछ लिखें
उन लोगों के लिए
जो समझते हैं
मानवता
तुम लिख नहीं पाएं
उनके लिए
जो पाकिस्तान और बांग्लादेश
बना दिए !!!

राष्ट्रवाद से डर लगता है

उसे
पाकिस्तान और बांग्लादेश
चाहिए जिसे !!!

भाईचारा भी हथियार है
जो सियासत में होशियार है
बिन सामने आएं
जो लड़ने को तैयार है
योजना बनाकर
बहलाकर फुसलाकर
बनकर अपना यार है
उसके लिए
भाईचारा भी हथियार है !!!

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-----राजकपूर राजपूत 

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