Bahut kuch chut jate hai
इतने दौड़ते हैं लोग ये आजकल
बहुत कुछ छूट जाते हैं आजकल
गति तेज है सबकी दौड़-भाग में
अपनों के साथ छोड़ते हैं आजकल
चाॅ॑द में जाने की चाह है सभी को
मंजिल के पेड़ काट जाते हैं आजकल
औलाद को तालिम दिया अच्छा लेकिन
बुढ़ापे में मां बाप, छूट जाते हैं आजकल
धूऑ॑-धूऑ॑ है जिंदगी का बादल यारों
मानसुन कहाॅ॑ बरसते हैं आजकल
गुज़रे ज़माने से बेहतर हुई जिंदगी
क्रांकीट के घरों में सुकूॅ॑ नहींं है आजकल
तन्हा तन्हा है, खुद से खफा सा है
खुद से बातचीत करते हैं आजकल
---राजकपूर राजपूत''राज''
2 टिप्पणियाँ
Badiya
जवाब देंहटाएंBahut hi sundar rachana
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