स्वार्थी लोग मतलबी रिश्ते selfish-people-mean-relationship-poem

- आजकल ऐसा नहीं है कि केवल अच्छी बातों का बोलबाला है । बस कहने वाले लोग चाहिए जो गलत को सही कर दे ।selfish-people-mean-relationship-poem स्थापित हो जाता है गलत भी सच के रूप में । जो बातें कल समाज के लिए आदर्श था । वहीं बातें आजकल दकियानूसी हो गई है । झूठे लोगों का बोलबाला हो गया है । क्योंकि उसने अपनी आवाज सियासत में रूपांतरित करना अच्छी तरह से सीखा है । हिंदी कविता 👇👇

selfish-people-mean-relationship-poem 

स्वार्थी लोग- 

(१)


ज्यादातर लोगों ने
अपनी मुर्खतापूर्ण बातों को भी
परिभाषित कर दिया है
अपने हक में
अपनी सुविधा में
जिनका कई समूह है
समर्थन में
न्याय के रूप में
परिभाषित करते हुए
सही लोगों से लड़ते हुए
जैसे वो सबसे समझदार है
इस दुनिया में !!!!


स्वार्थी लोग मतलबी रिश्ते-

(२)

घने जंगल में भी
ढूंढ लेती है
उसकी कुल्हाड़ी
उस सीधे पेड़ को
आतुर काटने को 
इंसानी सोच की फितरत है
अच्छे चीज़ काट डालते हैं
और छोड़ देते हैं
टेढ़े मेढे पेड़ को
बढ़ने के लिए
पूरे जंगल में !!!

अब लोग अतिक्रमण कर चुके हैं

जल, जंगल, नदी, पहाड़
बना लिए हैं घर
घर बन जाने के बाद याद आया
पेड़ों की कीमत
इसलिए गमले खरीद लाए
उन पर रोपित किए
नन्हे पौधे
हाइब्रिड बीज की
मन को तसल्ली हुई
जंगल घर के अंदर है !!!

जब लोग व्यक्तिवादी हुए
तब घरों में स्विमिंग पूल का निर्माण किया
जिसके पास क्षमता थी
उसमें नहाएं
खराब पानी बहाएं
जिसके पास नहीं थी क्षमता
बहाएं पानी से नहाएं !!!

मनमानी भी चलने लगे
जंगल कटने लगे
लोग पहाड़ों को समतल कर
बनाने लगे
जिसे विकास का नाम बताने लगे !!!

मतलबी को माफ़ नहीं किया जा सकता है 
उसने जो भी कुछ किया है 
सोच समझ कर किया है 
जो क्रुरता का प्रतीक है 
अज्ञानता से तो 
बच्चे करते हैं !!!!


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