Pyar-kya-hota-hai-gajal
पहला प्यार तो प्यार होता है
दूजा प्यार तो व्यापार होता है
कोई सोची समझी साजिश है
प्यार कभी कई बार होता है
पहली नजरें कुछ भी कर जाती है
दूजे में आदमी समझदार होता है
अब कहाँ किसी को प्यार होगा बंधु
दिल पे नहीं दिमाग पे एतबार होता है !!!
प्यार को जटिल बना दिया गया है
लोग डर जाते हैं इस बात से
प्यार में धोखा मिलेगा
और इसे धोखे जैसे शब्द को
अपना दर्शन में उतार लेते हैं
जो कभी किसी के प्यार में नहीं पड़ते हैं
एक समझदार इंसान की तरह
जटिलता इस बात पर भी है
लोग बड़े - बड़े वादे करते हैं
जैसे चांद सितारों को तोड़ कर
लाने की बात करते हैं !!!
2 टिप्पणियाँ
बहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
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