वक्त तो गुजरेंगे
धीरे - धीरे
कोई कैसे भी जीए
धीरे - धीरे
सीख लो जीना
या गुजार दो यूं ही
मगर उम्र बढ़ेगी
धीरे - धीरे
कोई हंसता है
कोई रोता है
कोई जागता है
कोई सोता है
किसी के सीने में सिसकियां है
जो कहती है
धीरे - धीरे
संभाल लो अभी
या कह दो अभी
तेरे सीने में दर्द सभी
हल्का हो जाओगे
धीरे - धीरे
दबा के न रखो
चाहत अपनी
जो कहना है कह दो
बात अपनी
क्या पता कल-
फुर्सत मिले न मिले
जिंदगी की दो घड़ी
मौत है कहां अपनी
जो कब, कहां आ जाएगी
धीरे - धीरे !!!!!
0 टिप्पणियाँ