भूलो मत -जिसमें नफ़रत होती है -कविता

Do-not-forget-in-which-there-is-hate-poetry-Hindi-

 भूलो मत

जिसमें नफ़रत होती है
उसके हर लफ्ज़
गाली होती है
वो कोई नेक इरादे से
कभी मिलते नहीं है किसी से
हर आलोचना नफ़रत होती है
बस कहने का ढंग
अलग होता है
आदमी गिर जाता है
जिसमें नफ़रत होती है
उसके हर शब्द में
सत्यता नहीं होती है
कहे कोई बुद्धिजीवी
लेकिन आम आदमी को
समझने की जरूरत होती है 
जिसमें नफ़रत होती है !!!

नफ़रत और प्यार में
ज्यादा अंतर नहीं है
जीने का कोई और मंतर नहीं है
जिससे प्यार है
उससे मीठी सी बोल
जिससे नफ़रत है
उसके जीवन में ज़हर घोल
एक सुहाता नहीं है
एक से दूर जाता नहीं
प्यार है तो गलत भी अच्छा
नफ़रत है  तो सच भी अच्छा नहीं ।  
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