भूलो मत कि dont-forget-that-poetry-hindi

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 भूलो मत कि

जिंदगी एक जंग

जहां मंजिल और मौत

हर पल संग है

जिंदगी और मौत के बीच में

सफ़र बहुत तंग है

पहुंच जाओ मंजिल पे

वर्ना पहुंच जाएगी

पहले मौत है !!

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मत भूलो

जो इंसान

धोखा देने की आदि है

उससे दोस्ती करना

ज्यादती है !!!


मत भूलो प्रेम

यह जीने का आधार है

बेशक छोड़ दो उसे

जिसका जीना मतलब का सार है !!


भूलों मत

जिंदगी दो दिन की

दो दिन भी है बहुत

जीने की

आज जागा तो ठीक

पुछती है किस्मत

तुने कोशिश की  !!!


रात के अंधेरे में

जब मैं शांत हो जाता हूं

तुम आ जाते हो

गुफ्तगू के लिए 

और मैं बातें करने लगता हूं

अविरल धारा में

बहते हुए

तेरी मेरी बातें कहते हुए

कब आंधी रात गुज़र गई

ख़बर न हुई

झींगुरों की आवाजें

मुझे नींद लेने की

आग्रह करते हैं !!!

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