मैं जानता हूं I-know-your-heart-ki-poetry

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 मैं जानता हूं

तुम्हें शिकायत है मुझसे

आखिर कब तक

जारी रहेगी तुम्हारी शिकायत

जो जी नहीं पा रहे हो

अपने वर्तमान को

अपनी ही खिन्नता में

तुम शायद भूल रहे हो

जीवन की उम्र

क्षणिक होता है

कभी भी ख़त्म हो जाएगा जीवन

और जब मौत आ जाएगी 

मेरी देहरी पे

उस वक्त मैं सुन नहीं पाऊंगा

तुम्हारी शिकायत

उस दिन तुम्हारे पास भी

शिकायत नहीं होगी

पछताओगे

यही सोच कर

तुम्हारी शिकायत अधूरी रह गई

काश कुछ दिन और मैं

ज़िंदा रह पाता

तुम्हारी दिल की बातें

मैं सुन पाता !!!!

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