God-is-simple-poetry-in-Hindi
ईश्वर सरल है
उसकी प्राप्ति
उसकी स्तुति
वो आज भी वैसे हैं
जैसे पहले थे
आगे रहेंगे
अपनी स्थिति में स्थिर
प्रकृति के उस पार
अदृश्य
दृष्टा और कर्ता के रूप में
कठिन है तो केवल इंसान
उसका मन
उसका हृदय
उसका दिमाग
जो बदलते रहते हैं
समय- समय पर
अपनी सुविधा से
अपनी चाहतों से
खुद उलझ जाते हैं
हृदय से
बुद्धि से
अपने मन से !!!!!
God-is-simple-poetry-in-Hindi
ईश्वर सरल है
इंसान उसे जटिल बना देते हैं
कई पंथ
कई फकीर बना देते हैं
चला लेते हैं अंधों की तरह
कई पंथ बना देते हैं
और पंथ गला काटने को आतुर
सियासी और चतुर
खुद को श्रेष्ठ बना देते हैं
कोई लालच दिखा देते हैं
कोई मन बहला देते हैं
स्वर्ग की राह बताकर
कई पंथ बना देते हैं !!!
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