प्रेम जिंदा है - कविता प्रेम की

 प्रेम जिंदा है 

इसका मतलब है

अभी तक मैंने

तुम्हें सहा है

तुम्हें चाहा है

और मैंने

कुछ नहीं कहा है

वर्ना तुम तो

नफ़रत पाले बैठें हो

जो ज़रा सी चिंगारी से

जल उठेगी

जिसे मैं जानता हूं

इसलिए कुछ नहीं कहता हूं

ये अलग बात है

सामने कुछ नहीं कहे हो

जबकि तुम्हारे दिल में

मेरे लिए जगह नहीं

केवल व्यवहार तक 

सीमित है

तेरे मेरे रिश्ते

जैसे गैरों से है

 मैं जब भी

दिल की बात कहता हूॅं

तुम्हारी उदासीनता

उभर कर आती है

जिसे मैं समझता हूं

अपनी अहमियत

तुम्हारे लिए

क्या ????

Meregeet In literary life, you will get to read poetry, ghazals, story articles etc.





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