खुद के हितों के खातिर अक्सर

 व्यवहार में कुछ बातें रखी जाती है

दिमाग में कुछ बातें रखी जाती है

और फिर दुनिया से गुफ्तगू करने में
दिल में कुछ बातें रखी जाती है

खुद के हितों के खातिर अक्सर
लफ़्ज़ों में सावधानियां रखी जाती है

लोग समझ न जाए दिल की बातें
नज़रों में कुछ बातें रखी जाती है

अभी वक्त लगेगा उसे आने में
दिल में मोहब्बत रखी जाती है

वो शख्स बहुत परेशान है शायद
हर पल क्यों सियासत रखी जाती है

मैं उसके हर बात मान जाता मगर
वो मोहब्बत में भी शर्त रखी जाती है
खुद के हितों के खातिर अक्सर




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