मैंने सत्य को हारते हुए देखा है

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Maine Satya ko Harte hua dekha hai 

 मैंने सत्य को हारते हुए देखा है

जब सत्य के चाहने वालों को

आत्ममुग्धता में डरते हुए देखा है

उस झूठ से 

जो आक्रमक होकर

सत्य को उलझा देते हैं

अपने तर्कों से

भीड़ बनकर थका देते हैं

अपने अपशब्दों से

और सत्य पसंद लोग

कतराने लगते हैं

सत्य के साथ खड़ा होने में

समझाने लगते हैं

सत्य को

सत्य की जीत होगी

और इसी संतुष्टि में

सत्य अपना दायरा

छोटा कर लेता है

अपनी समझदारी से 

और झूठ आदी हो जाते हैं

अपनी लाचारी से 

अपनी जीत से !!!!!

मैंने सत्य को हारते हुए देखा है

जब मुर्ख झुण्ड बना लेता है

शेर को भी हारते हुए देखा है

उन कुत्तों से

जो समूह में होते हैं !!!

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