एक दूसरे को समझें
जहॉं तक समझें
भावनाओं को
शब्दों को
विचारों में अंतर न हो
दुनिया के लिए
एक दूसरे में
भिन्नता दिखाई न दे
आओ ! एकत्व के भाव में
मिल जाते हैं
परस्पर
जहॉं से दुनिया
पहचान न पाए
मैं कौन हूॅं
तुम कौन हो !!!!
एक दूसरे को समझें
जहॉं तक समझें
भावनाओं को
शब्दों को
विचारों में अंतर न हो
दुनिया के लिए
एक दूसरे में
भिन्नता दिखाई न दे
आओ ! एकत्व के भाव में
मिल जाते हैं
परस्पर
जहॉं से दुनिया
पहचान न पाए
मैं कौन हूॅं
तुम कौन हो !!!!
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