love-poem-in-hindi-mere-geet
जब थक जाता है
मेरा मन
तो लौट आता है
मेरा मन
तेरे पास
बेसब्री से
उम्मीद बांधे
कहीं तेरे दिल में
जगह होगी
थोड़ी सी भी
वहॉं ठहर जाऊंगा
कुछ पल ही सही
क्योंकि बाहरी दुनिया में
गुंजाइश नहीं है
उसकी तंग गलियों में
क़दम रखने की
इस तरह
टटोलते हुए
तलाश करता है
मेरा मन
तेरे भीतर
जाने के लिए
अनेरोध करता है
मेरा मन
इस फालतू की दुनिया से
बेहतर है
तेरा मन
मेरे लिए !!!
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बेहतर कौन चाहता है
तुम्हारे साथ
बेहतर लगता है
तुम जो चलें गए
खुद ही खुद में
कमी सी लगती है !!!!
चाहा एक बार
तुम्हें स्पर्श करने की
उसके बाद तो
जीवन का अहसास हो जाएगा !!!!
बताकर जाना
जा रहे हैं
फिर भी तुम्हें
चाह रहे हैं
दिल तेरे पास है
हम यूं ही जी रहे हैं !!!!
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