ghazal-mind-on-hindi
शोर करता है मन
ग़ौर करता है मन
इधर-उधर की बातों में
ठौर करता है मन
कोई चाहता नहीं फिर भी
जोर करता है मन
अब शांति तभी मिलेगी
जब भोर करता है मन !!!
ghazal-mind-on-hindi
शोर करता मन मेरा
ध्यान लग गया है मन मेरा
जिसने लगाया उसने छोड़ा भी
बन गया अवसाद मन मेरा !!!!!
जो कुछ मुझे बता रहे हो
किसी का दिखा मुझे जता रहे हो
चतुराई से ज्ञान बना दिया है
गला रेतने वाले को अच्छा बता रहे हो !!!!
राजकपूर राजपूत
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