तुने इस तरह से रिश्ता तोड़ा है ghazal-hindi-in-love-ki

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 दुःख इस बात का नहीं

जैसे अभी तू मेरे साथ नहीं

तुने इस तरह रिश्ता तोड़ा है

जैसे इसमें कोई नई बात नहीं

तेरे लिए सबकुछ सही है मगर

सदमे हूॅं तुझे कोई आघात नहीं

समझदारी आती है उसे बहुत

मिलते हैं मगर पहले जैसी बात नहीं

वो जमाने के साथ-साथ बदले हैं

उसकी खुशी है मुझे शिकायत नहीं !!!

ghazal-hindi-in-love-ki

समझदार मत ढूंढो

ग्वार ढूंढो

समझदारी तो आजकल

चालाकी है

मतलब निकालने की तैयारी है

गलत को सही

और सही को गलत कर सकते हैं

चाल जिसकी

आघात भारी है

अच्छे तर्कों से

समझदारी है

जिसे ग्वार व्यक्ति नहीं जानता है !!!


समझदारी

सरलता का जीवन हो सकता था

लेकिन चालाकी ने कठिन बना दिया है !!!


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