तुम भूल जाते हो
मैं तेरे चेहरे का
भाव पढ़ लेता हूॅं
जब तुम
खिन्नता में आ जाते हो
और उदास हो जाते हो
उस समय
मुझे भी अच्छा नहीं लगता है
तुम्हें देखकर
इसलिए मैं
तुम्हारे पास आना चाहता हूॅं
तेरे दर्द को सहलाने के लिए
लेकिन तुम
उसी विचार में
खोए रहते हो
जहॉं से
निकलना नहीं चाहते हो
उस समय
भूल जाते हो मुझे
प्यार को
जबकि हमने वादा किया था
सुख-दुख को बांटने का !!!!!
-राजकपूर राजपूत
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