जब भी तुम उदास हो जाओ poem of love

poem of love

  जब भी तुम उदास हो जाओ

मेरी कविताएं पढ़ लेना

तेरी उदासी बिखर जाएंगी

और तेरे मन की रिक्तता में

मेरी कविताएं गुंजित होगी

जहाॅं मेरे शब्द शब्द में

मेरे प्यार का अपनापन मिलेंगे

तेरे हर दर्द सिलेंगे

क्योंकि मेरे हर शब्दों में तुम हो

जहाॅं मेरे प्यार के फूल खिले हुए मिलेंगे

मेरी कविताओं के शब्द शब्द में

जिसे एक बार महसूस करो

मेरी कविताओं में

मेरे प्यार की खुशबूओं को

अपने हृदय में

मेरी कविताओं में!!!

poem of love

जब तुम उदास हो जाओगे 

जिंदगी कविता जैसी प्यारी नहीं होगी 

एक भाव ढूंढने से नहीं मिलेगा 

जिसमें ठहरता हो मन 

उदासी जीवन की मृत्यु है 

जैसे तुम अब जी रहे हो 

बिना विश्वास के !!!!!


तुम्हारी उदासी को 
मैंने अपने प्रेम से भर न पाया 
क्योंकि तुम्हारी सारी भावनाएं 
मर चुकी है !!!!

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