अगर न मिले इश्क कोई ग़म नहीं
अगर न मिले इश्क कोई ग़म नहीं
तू खुश रहे सदा मेरे लिए कम नहीं
तुझे वफ़ा मिले सदा मोहब्बत में
देख तुझे खुशी है मेरी ऑंखें नम नहीं
चंद दिनों में भूल जाओगे तुम मुझे
मैं प्यार मार दूॅं ऐसा मेरा करम नहीं
नेकी की राह सदा कांटे भरे होते हैं
भगवान भरोसे हूॅं इसमें कोई भरम नहीं
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