Difficult Relationship Poetry
रूह के रिश्ते
मुश्किल से मिलते
लैला मजनू अब कहॉं है
जिस्म के भूखे हर जगह दिखते !!!
रिश्ते
ज़रूरत के समय
पहचान आते हैं
कुछ रिश्ते
अधिक मुलाकात में
एक दो बार में
हर रिश्ते अच्छे लगते हैं !!!
Difficult Relationship Poetry
अभी ठुकराया कहां था
रिश्ते सम्हाल रहे थे
कुछ शब्द मीठे लेकर
मतलब तक
सम्हालेंगे !!!!
जाएंगे
रूठकर
जो मतलबी रिश्ते हैं
हमने तो माना था
हमारे रिश्ते हैं
हमने भी ठाना है
मतलबी लोगों से
रिश्ते नहीं निभाना है !!!!
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