काफी पूरानी बात है

 काफी पूरानी बात है

लेकिन फिर भी याद है

उतनी मस्ती अब कहॉं मिलेगी

बचपन के दिन याद है

न चिंता किसी बात की

बस अल्हड़पन याद है

कोई लौटा दे मेरे सुकून के पल

नादान दोस्तों की हॅंसी याद है


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