shayari on diwali
आज दीपावली है
भगवान राम घर आए हैं
खुशियॉं छाई अयोध्या में
घर-घर दीप जलाएं है
भर दे खुशियों से दामन हम सबका
हमारी यहीं शुभकामनाएं हैं
आज दीपावली है
कई हस्ती उपदेश देने वाली है
क्या करना है बताएंगे
ज्ञान देकर बताएंगे
जो वास्तविक आतंकवादी है
उससे मुंह छुपाएंगे
आज दीपावली है देखना
कई फिल्मी हस्तियां ज्ञान बताएंगे !!!!
shayari on diwali
तुम बोल के चले गए
न ठहरे कभी
बोलने की आदत ऐसी
न समझे कभी
सवाल उठाना जवाब देना
अभ्यस्त प्रवृत्ति है
जिसमें जीना जरूरी नहीं
ठहरना तो मनाही है
कैसे आदर्श अपनाओगे
जब मतलब पे जीना सही है !!!
तथाकथित बुद्धिजीवी
सुविधा में जीने की आदी
वो क्या आदर्श की बातें करेंगे
जिन्हें शार्ट कट से पाने की जल्दी !!!
भगवान राम आए हैं
दीया जले या न जलें
तथाकथित बुद्धिजीवियों की दिल
ज़रूर जलें
उन्हें लगता है
सुविधानुसार नहीं है राम के आदर्श
बाधक है राम और उनके संघर्ष !!!
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