एक चिड़िया निकल गई

 जब उजाला हो गया

और एक सवेरा हो गया

चिड़िया निकल गई

अपनी तलाश में

एक-एक दाने को

पाने के प्रयास में

यहॉं वहॉं फूदकने लगी

इस डाल से उस डाल पर

कभी ज़मीं पर

कभी आसमान में

तलाशने लगी

अपनो की खुशी में

खुद की खुशी 

एक चिड़िया निकल गई

जब उजाला हो गया

एक चिड़िया निकल गई

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