Kavita-hindi-pyar-par-hindi
अपने नहीं हुए हम
खुद के लिए फुर्सत मिले कम
जीता रहा जिंदगी तेरे लिए
मगर मुझे बदले में प्यार दिए कम
मेरी शिकायत तुमसे नहीं थी
ऐसी फुर्सत मिले हमें कम !!!
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अपने नहीं हुए हम
दुनिया देखें खुद को कम
न हौसला हुआ
न फैसला हुआ
हारे ज्यादा
जीते कम !!!
मिला कुछ नहीं
गिला कुछ नहीं
भटकते रहे
रास्ता कुछ नहीं
चाहत की उम्मीद में
अपना कुछ नहीं
कोई जीत लेता भरोसा
ऐसा कुछ नहीं !!!
बरसना था उतना ही
हंसना था उतना ही
किचकिच हो गई धरती
दांत निकल गया उतना ही !!!
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