Ghazal Motivational - meregeet
कितना सामान चाहिए
कितना अरमान चाहिए
ये जिंदगी दो घड़ी की
दो पल का सुकून चाहिए
मैं नहीं चाहता तुम दूर हो
मुझे सफर आसान चाहिए
ऊॅची इमारतें तुझे मुबारक
मुझे प्यार भरा मकान चाहिए
हद से गुजर जाओगे तुम
बस दिलों में तुफान चाहिए !!!!
Ghazal Motivational - meregeet
कितना अरमान चाहिए
जैसे आसमान चाहिए
बसता नहीं है कोई आसमां पे
बस थोड़ी सी जमीन चाहिए
प्यास बुझाने के लिए प्रेम की बूंदें हो
कौन सोचता है पूरा ज़हान चाहिए !!!!
कितना अरमान
बस बातें हो दिल की
जिससे खुल जाए सारे अरमान
जैसे खिल गई मुस्कान
फूलों की
और खुशबू बिखेरने लगी
सारे जहान
इतने अरमान !!!!
शराबी
नशे में कुछ भी कर सकता है
कह सकता है
होश वाले
सम्हल कर चलते हैं
बोलते हैं
डरते हैं
मतलब न छूट जाए !!!!
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