अकेले खड़े रहे Poetry love hindi

Poetry love hindi 

खाली पड़े रहे

अकेले खड़े रहे

तुम चले गए यूॅं ही

हम ख्वाब बुनते खड़े रहे  !!


तुम्हारी आंखों में इन्कार था

मेरी आंखों में प्यार था

मैं खड़ा रहा इसलिए

मेरा प्यार समझ जाओगे

बस यही उम्मीद थी !!!


तुम्हारा जाना बुरा नहीं लगा

लगा तो बस इतना कि तुझे बुरा नहीं लगा

यह जाना तुझे कभी मोहब्बत नहीं होगी

फिर मेरा दिल क्यों लगा

तेरी ओर !!!



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