ताजगी Freshness Poem Hindi

Freshness Poem Hindi 

 ताजगी महसूस करो

इन हवाओं में

छूकर बसा लो धड़कनों में

जिंदगी उदासी से नहीं चलती

नई रौशनी भर लो ऑंखों में !!!


ताज़गी तुम्हारे पास है

इसलिए खास है

मोहब्बत रख दिल में

जीना ये खास है !!!

Freshness Poem Hindi

छू लेते तुम अगर

जी लेता मैं मगर

तुने छुवा तो क्या छुवा

यकीं नहीं हुआ मगर !!!

उसने कभी विचार करना नहीं सीखा 

इसलिए ढूंढने लगे 

सुबह से 

सोशल मीडिया पर ज्ञान 

अपनी बिरादरी के नफरती लोग !!!!


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