Ghazal Motivational_
ये संघर्ष मेरा है
जो अनवरत जारी है
ऑंधी और तुफानों से
अपनी तो यारी है
कब तक रोकेंगे मुझे वो
आर-पार की तैयारी है
परवाह नहीं है मुझे किसी का
मतलब की दुनियादारी है
छोड़ दुनिया की आस प्यारे
देख खुद की अपनी यारी है !!!
Ghazal Motivational_
भीतर की एक आवाज
तुम्हें महसूस करा देगा
तुम अकेले हो
जब तक तुम लेने वाले हो
जिस दिन तुने देना सीखा
उस दिन खुद के भीतर पूर्ण हो !!!
हंसने वाले हंसते हैं
जलने वाले जलते हैं
जो मंजिल को देखता है न
चलने वाले चलते हैं !!!
वो जलता किस तरह है
छोटा जिस तरह है
करें न काम जो
मेहनतकश लोगों से जलता किस तरह है !!!
उड़ान भरने से पहले
जमीं छुते हैं
पंजे
यह आंकलन कर
अब आसमान नापना है
अपने परों से
उस उंचाई तक
उड़ान भरकर
फिर जमी पर आना है
पक्षी तो यही रहते हैं
करते हैं
रोज-रोज !!!!
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