दिखाई नहीं दे रहा है तुम्हें
दिखाई नहीं दे रहा है तुम्हें
वो छोड़ के जा रहा है तुम्हें
बदनामी लेने की हिम्मत नहीं
बातों से बहला रहा है तुम्हें
कोई कहें सामने तो कैसे कहें
इशारों में समझा रहा है तुम्हें
ये बोलचाल व्यवहार है उनका
दिल से कौन मान रहा है तुम्हें
चाहत बची है इसलिए कशक है
उम्मीद ही तन्हा बना रहा है तुम्हें
अब कोई हो नहीं सकता जमाने में
तड़फता तेरा प्यार बता रहा है तुम्हें
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